परिचय (Introduction)

आज कर ऑप्शन ट्रेडिंग बहुत प्रसिद्ध हो गया है लेकिन आज भी कुछ लोग ऑप्शन को खतरे और लोस्स  की खान के रूप में इतना गलत समझा जाता है? हम इसे कैसे समझ सकते हैं और अपने लोस्स  को सीमित करने के लिए ऑप्शन  को उपकरण के रूप में कैसे देख सकते हैं,अपने प्रॉफिट को अधिकतम करें, और देखें कि हम एक ही समय में क्या कर रहे है। ऑप्शन ट्रेडिंग इंडिया में आज बहुत ही प्रसिद्ध  हो गए हैं ऑप्शन  ट्रेडिंग अब स्टॉक मार्केट में ज्यादातर रिटेल  ट्रेडर  ऑप्शन ट्रेडिंग करना चाहते है क्योकि इसमें ज्यादा रिटर्न मिलता है हालाँकि, ऑप्शन की अवधारणा को अभी भी कुछ लोगों में डर और घबराहट के साथ देखा जाता है जब मैंने पहली बार ऑप्शन ट्रेडिंग  शुरू किया, तो एक मित्र ने मुझे इसके बारे में चेतावनी दी की तू ये  क्या कर रहा है ,लेकिन ट्रेडिंग उतना सुरक्षित हो सकता है जितना आप चाहते है। साधारण फैक्ट यह है कि आपके पास एक ऐसी ट्रेडिंग स्ट्रैटजी होनी चाहिए जो काम करे। अपना रिस्क  कम रखें और रिवॉर्ड  पाने की अपनी क्षमता अधिक रखें। आपको अपनी योजना की आवश्यकता है इसमें संरचना और सरलता है ताकि आप हर बार इसका अनुसरण कर सकें। तो दोस्तों सबसे पहले जानते है की ऑप्शन की परिभासा क्या है ?

Option Trading in Hindi । ऑप्शन ट्रेडिंग क्या हैं?


ऑप्शन की परिभासा (Defamation of option):-

ऑप्शन को किसी की सम्पति  को खरीदने या बेचने के लिए "अधिकार नहीं, दायित्व" के रूप में समझा जाता है जैसे की किसी की जमीन को खरीदने लिए उसकी कीमत 10 लाख रूपये है तो हमें तो  जमीन पर अधिकार लेने के लिए उसे उस व्यक्ति को 10  लाख रुपये देने होंगे तब हम उस जमीन पर अपना अधिकार प्राप्त कर सकते है लेकिन अगर हम उस जमीन को लेने के लिए उसे बयाना  के तौर पर हम उसे 10  हजार रुपये देते है और उस व्यक्ति को १ महीने का वादा करते है की हम आपको 1  महीने में आपको 990000  रुपये दे देंगे अगर वह व्यक्ति  1 महीने में 990000 नहीं दे पता तो उसके 10 हजार रुपये नहीं मिलेंगे तो दोस्तों हमें उम्मीद है की ऑप्शन क्या है समझ गए होंगे अब हम ऐसे शेयर बाजार में कैसे उपयोग कर सकते है और शेयर बाजार से अधिक पैसा कैसे बना सकते है इसके लिए जरुरी बाते बताने वाला हूँ

1.ईमानदारी (Honesty):-

 यदि  आपको एक अच्छा व्यापारी बनना है तो आपको स्वयं के प्रति ईमानदार होना होगा निवेशक. अंततः, आपके परिणाम यह निर्धारित करते हैं कि आप कितने अच्छे हैं। आपके फैसलेआपकी जिम्मेदारी है, किसी और की नहीं। दूसरे लोगों को दोष देने से कभी मदद नहीं मिलती. अगरआप ट्रिगर खींचते हैं, फिर आप ही नियंत्रण में होते हैं। हम इसमें इसके बारे में और अधिक जानकारी देते है। 

2.बाजार खुलने से पहले प्लान तैयार करना :-

आपको बाजार खुलने से पहल अपनी योजन बनानी होगी जैसे की आपका अपने कैपिटल पर कितना रिस्क लेना है और कितना रिवॉर्ड लेना है ये आपको पहले से प्लान कर लेना है जिससे आपको एंट्री ,स्टॉप लोस्स और एग्जिट का भी प्लान पहले से तैयार कर लेना होग। 

3.अनुशासन(Discipline ) :-

दोस्त शेयर बाजार में सफल होना है तो आपको सबसे पहले अनुशासन की सबसे ज्यादा जरुरत होती है शेयर बाजार में अनुशासन ही सफलता की कुंजी है बिना अनुशासन के आप कुछ भी सिख लो कभी भी आप शेयर बाजार में सफल नहीं हो सकते हो इस लिए ऑप्शन ट्रेडिंग अनुशासन अनुशासन सबसे उच्य स्थान पर ह। 

4.रिस्क मॅनेजमेंट(Risk Management):-

दोस्तों शेयर बाजार में हमेश रिस्क होता है इसमें कोई भी स्ट्रेटेजी 100 प्रितशत काम नहीं करती है इस लिए आपको आपके के द्वारा निर्धारित रिस्क तथा रिवॉर्ड को फॉलो करना है जैसे की 1:1 ,1:2,1:3 है इसमें से जो आप पहले से प्लान कर रखे है की आपको अपनी कैपिटल पर कितना रिस्क लेना है जैसे की 1: 1 का मतलब है की आप 1000 के रिस्क पे 1000 का प्रॉफिट कामना चाहते हो तो आप इसमें से कोई भी रिस्क रिवॉर्ड को फॉलो कर सकते हो और अपने कैपिटल को बचा के रखें है इस लिए हमेश अपने रिस्क रिवॉर्ड को फॉलो कर। 


5.समय सीमा समाप्ति दिनांक (Expiration Date) :- 

यह वह तारीख है जिसके पहले ऑप्शन  का प्रयोग किया जा सकता है।समाप्ति पर, कॉल विकल्प का अपना मूल्य केवल परिसंपत्ति की कीमत के बराबर होता हैस्ट्राइक मूल्य से कम, और समाप्ति पर, पुट ऑप्शन  का अपना मूल्य ही मूल्य हस्ट्राइक मूल्य से परिसंपत्ति की कीमत कम हो जाती है। इंडिया में सप्ताहिक और मासिक ऑप्शन होते है मासिक ऑप्शन इंडिया में इक्विटी निफ़्टी,बैंक निफ्ट, फिनेंसिअल में होता है जबकि साप्ताहिक ऑप्शन केवल इंडेक्स में ही होता है जो इस समय बहुत ही प्रसिध्य है और सभी नए ट्रेडर और पुराने ट्रेडर निफ़्टी और बैंक निफ़्टी में साप्ताहिक एक्सपायरी बहुत प्रसिध्य है साप्ताहिक एक्सपायरी ब्रस्पतिवार को होती है जबकि मासिक एक्सपायरी महीने के अंतिम गुरुवार को होती है तथा फाइनेंसियल निफ़्टी मंगलवार को एक्सपायरी होती है। 

Nifty 50 Chart

जैसे निफ़्टी का प्राइस अभी 19100 चल रहा है और आपको 19100 की कॉल की प्राइस 50 रूपये में मिल रही है और PUT भी 50 रुपये में मिल रही है यदि निफ़्टी 19100 से बढ़कर 19120 हो जाती है तो आपके कॉल की प्राइस भी लगभग 65 हो जाएगी और अगर निफ़्टी की प्राइस 19100 से घटकर 19080 होजायेगी तो आपका पूत लगभग 65 हो जाएगी ऑप्शन की प्राइस में टाइम वैल्यू और इन्ट्रिंसिक वैल्यू मिलकर ऑप्शन की प्राइस होती है जैसे इमेज में देख सकते है। 


6.स्ट्राइक प्राइस कैसे चुने (How to choose strike price):-

 जैसे दोस्तों उदहारण के लिए हम निफ़्टी का चार्ट ले लेते है अभी निफ़्टी का प्राइस 19624 कहल रहा है वही 19600 की कॉल का प्राइस 109 है तो इसमें 85 टाइम वैल्यू है और 24 इन्ट्रिंसिक वैल्यू है और 85 साप्ताहिक एक्सपायरी वाला  ऑप्शन है जो गुरुवार एक्सपायरी के टाइम  वैल्यू 0 हो जाएगी


Option premium value

7.ऑप्शन में स्ट्राइक प्राइस का प्रकार (Types of option strike price):-

ऑप्शन स्ट्राइक प्राइस दो प्रकार के होते है जो है कॉल और पूत होती है

1. कॉल ऑप्शन(CALL OPTION):- जैसे किसी index  या शेयर का प्राइस तेजी आने वाली है तो हमें कॉल खरीदना चाहिए या पूत बेचना चलिए ऐसे में अगर बाजार में तेजी आई तो तो कॉल के प्राइस भी बढ़ेंगे या पुट के प्राइस घटने जिससे कॉल खरीदने तथा बेचने वाले को प्रॉफिट होगा। 

2. पुट ऑप्शन(PUT OPTION):- जैसे बाजार के इंडेक्स या किसी भी शेयर में मंदी आने वाली है तो पुट खरीदना चाहिए या कॉल बेचना चाहिए जिससे बाजार खिरने पर पुट के दाम बढ़ेंगे और कॉल के दाम घटेंगे। 

 कॉल और पूत  में तीन प्रकार के स्ट्राइक प्राइस होते है जिन्हे निम्नलिखित नामों से जाना जाता है जिन्हे ATM , OTM  और ITM  के नाम से जानते है इसके लिए आप इस चित्र को देखे 

1. OTM स्ट्राइक - जैसे निफ़्टी अभी 19336 पर चल रहा है तो 19250 कॉल से ऊपर  की स्ट्राइक प्राइस OTM में आएगी। 

2. एटीएम स्ट्राइक जैसे निफ़्टी अभी 19336 पर चल रह यही तो 19300 कॉल एटीएम कहलाएगी। 

3. 19300 के निचे की कॉल ITM में आएगी । 

1.OTM स्ट्राइक - जैसे निफ़्टी अभी 19336 पर चल रहा है तो 19400 पुट से निचे  की स्ट्राइक प्राइस OTM में आएगी। 

2. एटीएम स्ट्राइक जैसे निफ़्टी अभी19336 पर चल रह यही तो 19350 पुट ATM कहलाएगी। 

3. 19350 के निचे की सरे पुट  ITM  में आएगी। 

निष्कर्ष (conclusion):- दोस्तों हमें उम्मीद है की इस पोस्ट को पढ़ने के बाद आप समझ चुके होंगे की ऑप्शन ट्रेडिंग क्या है आप हमें इस ओप्तिओंसे सम्बंधित कोई भी सुझाव दे सकते है कमेंट कर सकते है धन्यवाद्।