STOP LOSS HUNTING STRATAGY

स्टॉप लोस्स हंटिंग एक ऐसी स्ट्रॅटजी है जिसमे इंस्टीटूशनल ट्रेडर्स (ऑपरेटर) , मार्किट मेकर जानबूझकर अन्य ट्रेडर द्वारा रखा गया स्टॉप लोस्स को ट्रिगर करते है जिससे उनको अपनी पोजीशन में लाभ होता है।  तो इस स्ट्रॅटजी में हम जैसे रेटेल ट्रेडर को मार्किट मेकर या ऑपरेटर के साथ चलना चाहिए जिससे उनके साथ हमें भी लाभ हो , सबसे पहले हम निचे दिए गए चार्ट  में देखेते है तो  में देखते निफ़्टी के १ मिनट टाइम फ्रेम में ब्रेकडाउन आया उसके बाद रिटेलर ट्रेडर सेल करते है उसके बाद मार्किट में मार्किट मेकर खरीदना सुरु करते है और रिटेलर का स्टॉप लोस्स खा जाते है इस प्रकार स्टॉप लोस्स हंटिंग की जाती है। 


STOP LOSS HUNTING का प्रयोग कैसे करे 

स्टॉप लोस्स हंटिंग स्ट्रैटजी में सबसे पहले हमें चार्ट में यह देखना होता है की स्टॉप लोस्स कहा पर लगे है जहा  पर सबसे ज्यादा स्टॉप लोस्स लगे होते है बाजार उसी ओर  जायेगा क्योकि  ऑपरेटर रिटेलर के स्टॉप लोस्स खाने के लिए पैसा डालेगा जिससे मार्किट में स्टॉप लोस्स हंटिंग सुरु हो जाती है और रिटेलर के ओपोजिट डायरेक्शन में बाजार चलना सुरु हो जाता है जिससे रिटेलर अपनी पोजीशन में लोस्स बुक करता है तो बाजार तेजी क साथ निचे या ऊपर की ओर तेजी के साथ भागता है जैसा की नीचे दिए हुए चार्ट में देख सकते है 

STOP LOSS HUNTING STRATAGY ENTRY AND EXIT

स्टॉप लोस्स हंटिंग स्ट्रैटजी में एंट्री लेने के लिए सबसे पहले ये देखना है की रिटेलर ट्रेडर के माइंड में चल क्या रहा है उसके बाद चार्ट क्या बता रहा है क्या चार्ट में कोई ब्रेकआउट या ब्रेकडाउन होने वाला है तथा यह भी देखना है की ब्रेकडाउन के बाद कौन एंट्री या एग्जिट लेना वाला है जब चार्ट में लगे की सबसे ज्यादा लोग बिकवाली कर रहे है तब आपको खरीदारी के बारे में सोचना चाहिए तथा जब लगे की बरके में ब्रेकआउट या ब्रेकडाउन फ़ैल होता दिखे तब आपको ब्रेकआउट या ब्रेकडाउन के ओपोजिट ट्रेड लेना है जैसा की आप निचे दिए गए चार्ट में देख सकते है।


 उसके बाद आपको अपना स्टॉप लोस्स चार्ट कअनुसार लगा देना है क्योकि बिना स्टाप लोस्स के ट्रेड नहीं करना है क्यों स्टॉप लोस्स हमें बड़े लोस्स से बचाता है इस लिए इंट्राडे ट्रेडिंग या या काम अवधी की ट्रेडिंग में हमें  अपना स्टॉप लोस्स लगाना ही है बिना स्टॉप लोस्स के काम न करे तथा जब आपको लगे की बाजार अब आपके ऑपोसिट जाने वाला है तब अप्प एग्जिट हो जाइये अपने ट्रेड से इस स्ट्रैटजी में आप बार बार ट्रेड न करे। 

बार बार ट्रेड ना करे

इस स्ट्रैटजी में बार बार ट्रेड न करे नहीं तो आपके बड़े लोस्स होने की प्रोबिलिटी बढ़ जाती है जिसे आप ओवर ट्रेडिंग कहते है इंट्राडे ट्रेडिंग में ये सबसे बड़ी मानसिकता होती है जिसे कण्ट्रोल करना बहुत जरुरी होता है आपको अपनी कैपिटल  के अनुसार ही रिस्क लेना है ओर अपने कैपिटल को बचने पर ज्याद ध्यान देना है। 

निष्कर्ष

ऊपर बताये गए तरीको को सबसे पहले आप चार्ट में बैकटेस्ट करो उसके बाद स्टॉप लोस्स हंटिंग स्ट्रैटजी को अपने ट्रेडिंग में प्रयोग करे या इस स्ट्रैटजी आपको बहुत लाभ हो सकता है।