इंट्राडे ट्रेडिंग में किसी भी स्टॉक को एक ही ट्रेडिंग सेशन में खरीदना और बेचने को ही इंट्राडे ट्रेडिंग कहते है , जैसे की मैंने टाटा स्टील का  शेयर को सुबह 9:15 बजे मार्किट खुलने के बाद ख़रीदा और उसको 3:30 से पहले बेच दिया या सुबह 9:15 पर टाटा स्टील शेयर को बेच दिया और 3:30 खरीद लिया इसे इंट्राडे ट्रेडिंग कहते है।



इंट्राडे ट्रेडिंग की फायदा :

1. इंट्राडे ट्रेडिंग में over night का Risk नहीं रहता है क्योकि हम अपनी position  को बजार बंद होने से पहले close कर देते है।

2. इंट्राडे ट्रेडिंग में हमें ब्रोकर लिबरेज़े देता है जिससे हम काम पैसे से ज्यादा बड़ी पोटिशन ले सकते है जिससे हमें प्रॉफिट ज्यादा होता है।

3.इंट्राडे ट्रेडिंग में फ्रॉफिट ज्यादा होता है।

इंट्राडे ट्रेडिंग के नुकसान :

1. इंट्राडे ट्रेडिंग में स्टॉप लॉस ज्यादा हिट होते है जिससे हम अपने दीमाक को कंट्रोल नहीं कर पते है और बार बार ट्रेड करके नए ट्रेडर एक ही दिन में बड़ा लोस्स कर देते है।

2. इसमें ब्रोकर ज्यादा लिबरेज़े देता है जिससे नये ट्रेडर ओवर साइज पोजीशन ले लेते है और रिस्क मैनेजमेंट फॉलो नहीं कर पते है और अपनी कैपिटल को बहुत जल्द ही ख़तम कर देते है।

2 इंट्राडे  ट्रेडिंग में आप पैनी  स्टॉक में नहीं कर सकते क्योकि इन शेयर में लिक्विडीटी काम होती है जिससे खरीदी और बिक्री नहीं हो पता है|